Rashtriya Parivar Sahayata Yojana

Rashtriya Parivar Sahayata Yojana

भारत एक विकासशील देश है जहाँ समाज के कमजोर और गरीब वर्गों को सरकार की सहायता की अत्यधिक आवश्यकता होती है। सरकार समय-समय पर ऐसी कई योजनाएं लाती है जो इन वर्गों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को सुधारने का कार्य करती हैं। इन्हीं में से एक योजना है राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना (Rashtriya Parivar Sahayata Yojana)। यह योजना उन परिवारों के लिए शुरू की गई है जो अपने मुखिया की मृत्यु के पश्चात आर्थिक रूप से असहाय हो जाते हैं।

यह योजना मुख्य रूप से गरीबी रेखा के नीचे (BPL) जीवन यापन करने वाले परिवारों को लक्षित करती है। इस लेख में हम इस योजना के उद्देश्य, पात्रता, लाभ, आवेदन प्रक्रिया और इससे जुड़े अन्य पहलुओं पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करेंगे।

राष्ट्रीय परिवार सहायता का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य ऐसे गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है, जिनके कमाने वाले मुखिया की असामयिक मृत्यु हो गई हो। भारत में अनेक परिवार ऐसे हैं जो पूरी तरह अपने मुखिया की कमाई पर निर्भर होते हैं। यदि दुर्भाग्यवश मुखिया की मृत्यु हो जाती है, तो पूरा परिवार संकट में आ जाता है। ऐसी स्थिति में यह योजना उन परिवारों को एकमुश्त आर्थिक सहायता देती है जिससे वे अपनी बुनियादी आवश्यकताओं को कुछ समय तक पूरा कर सकें।

राष्ट्रीय परिवार सहायता की शुरुआत और संचालन

राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना (Rashtriya Parivar Sahayata Yojana) भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (NSAP) के अंतर्गत चलाई जाती है। कई राज्य सरकारें इसे राज्य स्तर पर भी लागू करती हैं और इसे अपने अनुसार नाम और स्वरूप देती हैं। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में इसे राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना कहा जाता है।

पात्रता की शर्तें

इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी आवश्यक हैं:

  1. परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करता हो (BPL कार्डधारी होना आवश्यक है)।
  2. परिवार का मुखिया जिसकी मृत्यु हुई है, उसकी आयु 18 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  3. मुखिया की मृत्यु स्वाभाविक हो या दुर्घटनावश, दोनों ही स्थिति में यह योजना लागू होती है।
  4. लाभार्थी परिवार को किसी अन्य सरकारी योजना से इस प्रकार की सहायता प्राप्त न हो रही हो।

लाभ की राशि

इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा एकमुश्त राशि के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। वर्तमान में यह राशि 20,000 रुपये तक है (राज्य अनुसार राशि में थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है)। यह राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जमा की जाती है जिससे पारदर्शिता बनी रहे।

आवेदन प्रक्रिया

राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना (Rashtriya Parivar Sahayata Yojana) के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया सरल है। लाभार्थी को कुछ जरूरी दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होता है। नीचे आवेदन प्रक्रिया दी जा रही है:

  1. आवेदन पत्र प्राप्त करना: लाभार्थी संबंधित ग्राम पंचायत, तहसील कार्यालय या नगर पालिका कार्यालय से आवेदन पत्र प्राप्त कर सकता है। कई राज्यों में यह आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन भी उपलब्ध है।
  2. दस्तावेज संलग्न करना:
    • मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र
    • लाभार्थी का आधार कार्ड
    • BPL कार्ड की प्रति
    • बैंक पासबुक की छायाप्रति
    • परिवार रजिस्टर की नकल या आयु प्रमाण पत्र
  3. आवेदन जमा करना: आवेदन पत्र और दस्तावेजों को संबंधित कार्यालय में जमा करना होता है।
  4. जांच और स्वीकृति: अधिकारियों द्वारा दस्तावेजों की जांच की जाती है और पात्रता की पुष्टि के बाद राशि स्वीकृत की जाती है।
  5. राशि अंतरण: स्वीकृति के पश्चात सहायता राशि लाभार्थी के बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेज दी जाती है।

योजना से जुड़े लाभ

  1. आर्थिक सहारा: यह योजना उन परिवारों को संकट के समय तत्काल राहत प्रदान करती है।
  2. सरल प्रक्रिया: आवेदन की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी है जिससे अधिकतम लाभार्थी इसका लाभ उठा सकें।
  3. डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर: इससे बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाती है और भ्रष्टाचार में कमी आती है।
  4. सामाजिक सुरक्षा: यह योजना समाज के कमजोर वर्ग को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

चुनौतियाँ और सुधार की आवश्यकता

यद्यपि यह योजना बहुत ही लाभकारी है, फिर भी कुछ चुनौतियाँ हैं जो इसके प्रभावी क्रियान्वयन में बाधा बनती हैं:

  • जानकारी की कमी: बहुत से पात्र लाभार्थियों को इस योजना की जानकारी ही नहीं होती जिससे वे इसका लाभ नहीं उठा पाते।
  • दस्तावेजों की जटिलता: गरीब परिवारों के पास अक्सर सभी जरूरी दस्तावेज नहीं होते जिससे उनका आवेदन अस्वीकृत हो जाता है।
  • भ्रष्टाचार और देरी: कुछ क्षेत्रों में आवेदन प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी के कारण सहायता राशि मिलने में देरी होती है।

इन समस्याओं का समाधान करने के लिए सरकार को निम्नलिखित सुधार करने चाहिए:

  • जागरूकता अभियान चलाकर योजना की जानकारी ग्राम स्तर तक पहुँचाई जाए।
  • दस्तावेजों की प्रक्रिया को सरल और डिजिटल किया जाए।
  • निगरानी तंत्र को सुदृढ़ बनाया जाए ताकि योजना का लाभ सही व्यक्ति तक पहुंचे।

निष्कर्ष

राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना (Rashtriya Parivar Sahayata Yojana) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है जो विपत्ति के समय गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस योजना के माध्यम से सरकार ने यह संदेश दिया है कि संकट की घड़ी में वह समाज के कमजोर वर्गों के साथ खड़ी है। यदि इस योजना को सही ढंग से लागू किया जाए और हर जरूरतमंद तक पहुँचाया जाए, तो यह भारत में सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में एक बड़ी पहल साबित हो सकती है।

Read More Blog at – techners

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Ads Blocker Image Powered by Code Help Pro

Ads Blocker Detected!!!

We have detected that you are using extensions to block ads. Please support us by disabling these ads blocker.